🕉️🙏ॐ आचार्य शङ्कराय परमहंसाय परिव्राजकाय जगद्गुरवे नमः ॥ॐ॥क्रुष्ण यजुर्वेदीय आत्रेय शाखा:/
गोत्र: आत्रेय: /त्रिप्रवर: आत्रेय, आर्चनानस, श्यावाश्व आत्रेय ॥
ॐ॥शास्त्रं शारीरमीमांसा देवस्तु परमेश्वरः ।
आचार्या: शंकराचार्याः सन्तु मे जन्मजन्मनि ॥
जन्म जन्मान्तर तक शारीरकमीमांसा (ब्रह्मसूत्र) ही मेरे मार्गदर्शक शास्त्र हों, देवाधिदेव भगवान् ही मेरे इष्ट हों, श्रीशंकराचार्य ही मेरे आचार्य हों।🙏